Considerations To Know About Shiv chaisa
Considerations To Know About Shiv chaisa
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देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न shiv chalisa lyricsl आवै॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीस।
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